1. अमेरिकी बाजारों का हाल
अमेरिकी शेयर बाजार में हाल ही में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। डॉव जोन्स, नैस्डैक और S&P 500 में मिला-जुला प्रदर्शन रहा। प्रमुख टेक कंपनियों और बैंकिंग सेक्टर में बिकवाली देखी गई।
- फेडरल रिजर्व का बयान: फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष ने संकेत दिए हैं कि ब्याज दरों में संभावित बदलाव हो सकते हैं, जिससे बाजार में अस्थिरता बढ़ी है।
- टेक सेक्टर में गिरावट: Apple, Microsoft और Tesla जैसी प्रमुख कंपनियों के शेयरों में हल्की गिरावट आई है।
- बॉन्ड यील्ड में वृद्धि: अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी से इक्विटी मार्केट पर दबाव बना हुआ है।

2. यूरोपीय बाजारों में हलचल
- ECB की नई नीति: यूरोपियन सेंट्रल बैंक (ECB) ने ब्याज दरों को स्थिर रखने का फैसला लिया, जिससे निवेशकों को थोड़ी राहत मिली है।
- जर्मनी और फ्रांस के बाजार: ऑटोमोबाइल और ऊर्जा सेक्टर में सुधार देखने को मिला।
- FTSE 100 का प्रदर्शन: ब्रिटेन का FTSE 100 इंडेक्स स्थिर बना हुआ है, लेकिन ब्रेक्जिट से जुड़े अनिश्चितताओं के कारण लॉन्ग टर्म आउटलुक कमजोर है।
- रूसी ऊर्जा संकट: यूरोप में रूस से ऊर्जा आपूर्ति को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है, जिससे प्राकृतिक गैस और पेट्रोलियम स्टॉक्स में उतार-चढ़ाव जारी है।
3. एशियाई बाजारों की चाल
- चीन का आर्थिक संकट: चीन के प्रॉपर्टी सेक्टर में मंदी के कारण वहां की बाजारों में उतार-चढ़ाव बना हुआ है।
- जापान का निक्केई 225: टेक और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में निवेशकों का विश्वास बढ़ा है।
- SGX Nifty का प्रभाव: भारतीय बाजार के लिए SGX Nifty का पॉज़िटिव संकेत, जिससे निफ्टी 50 में मजबूती देखी जा सकती है।
- दक्षिण कोरिया और ताइवान: सेमीकंडक्टर सेक्टर में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है।
4. क्रूड ऑयल और करेंसी मार्केट
- कच्चे तेल की कीमतें: हल्की गिरावट आई, जिससे भारतीय बाजार को राहत मिल सकती है।
- डॉलर और रुपया: डॉलर इंडेक्स मजबूत हुआ, जिससे रुपया हल्का कमजोर पड़ा।
- क्रिप्टो मार्केट: बिटकॉइन और एथेरियम में हल्की बढ़त दर्ज की गई, लेकिन अस्थिरता बनी हुई है।
- गोल्ड और सिल्वर: सुरक्षित निवेश विकल्पों की मांग बढ़ने से सोने और चांदी की कीमतों में उछाल देखने को मिला।
5. भारतीय बाजार पर प्रभाव
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- निफ्टी 50 और सेंसेक्स: भारतीय बाजार आज सकारात्मक संकेतों के साथ खुल सकते हैं। बैंकिंग, IT, और ऑटो सेक्टर में हलचल देखने को मिल सकती है।
- FII और DII गतिविधियां: विदेशी निवेशकों (FII) ने हाल ही में भारी बिकवाली की, जबकि घरेलू निवेशकों (DII) ने खरीदारी कर बाजार को सहारा दिया।
- IT और बैंकिंग सेक्टर: IT सेक्टर में दबाव देखने को मिल सकता है, जबकि बैंकिंग सेक्टर में स्थिरता बनी रह सकती है।
- ऑटोमोबाइल सेक्टर: इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) सेक्टर में नए लॉन्च के कारण निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है।
- मेटल और फार्मा स्टॉक्स: चीन से कमजोर डिमांड के कारण मेटल स्टॉक्स में गिरावट हो सकती है, जबकि फार्मा सेक्टर में सकारात्मकता बनी हुई है।
निष्कर्ष:
वैश्विक बाजारों में मिले-जुले संकेत हैं, लेकिन भारतीय बाजार को SGX Nifty और घरेलू निवेशकों की खरीदारी से सपोर्ट मिल सकता है। निवेशकों को सतर्कता और अच्छी रणनीति के साथ ट्रेडिंग करनी चाहिए।
स्रोत:
- CNBC
- Bloomberg
- Reuters
- Economic Times
- Moneycontrol
- Zee Business
- NSE India
- TradingView
- Investing.com
- Yahoo Finance
- Business Standard
- Financial Times
- Forbes
- WSJ
- Livemint
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